चन्द्रगुप्त मौर्या एक बड़ी सफलता की ओर...जीत ली डेल्ही की लड़ाई
क्या आपने कभी सुना या देखा है की एक टीवी सीरियल के लिए लोग सडको पर उतर आएंगे, मोमबतीयाँ जलाएंगे , या फिर बड़े बड़े पोस्टर्स के साथ लोग नारेबाजी करते नज़र आएंगे? मेरे ख्याल से ऐसा इतिहास में कभी नहीं हुआ होगा और होगा भी नहीं. ऐसा हम सिर्फ चुनावो के दौरान देख सकते है . आखिर क्यूँ लोग चन्द्रगुप्त मौर्या का पुनः प्रसारण देखना चाहते है? क्यूँ आजतक किसी और टीवी सीरियल के लिए लोग इस तरह से आगे नहीं आ सके. क्यूंकि आज भी हमारे अन्दर भारतीय सभ्यता जिंदा है , लोगो ने चन्द्रगुप्त सीरियल को इसलिए पसंद किया क्यूंकि इस सीरियल में हमारे प्राचीन भारत को बड़े हे सुन्दर तरीके से प्रस्तुत किया गया है| चन्द्रगुप्त के कलाकारों का उम्दा प्रदर्शन हम भारतीयों को काफी पसंद आया है| चाणक्य का किरदार निभानेवाले मनीष वाधवा जी में साक्षात् प्राचीन भारत के चाणक्य का रूप नज़र आता है| लोग आज भी पूरे परिवार के साथ बैठकर ये सीरियल देख सकते है, जबकि आज कल ऐसा हमें देखने को नहीं मिलता है| कल डेल्ही की सडको पर क्या बच्चा क्या बूढा , क्या महिलाएं इन सभी लोगो ने जमकर भाग लिया , ये चन्द्रगुप्त मौर्या सीरियल का ही कारनामा है | चन्द्रगुप्त ने पूरे देश विदेश को एक धागे में पिरोकर रख दिया है.
चन्द्रगुप्त की सफलता और इसके चाहनेवालो के बारे में बस इसी बात से पता चल जाता है की , जब चन्द्रगुप्त का प्रसारण बंद हुआ.. तो चाहनेवालो को काफी दुख हुआ , उनके कुछ चाहनेवालो ने तो फसबूक पर चन्द्रगुप्त बचाओ नाम का अभियान जारी किया और इसके बनने के १५ घंटो के भीतर २०,००० से ज्यदा लोगो ने इसे पसंद किया|
हम उम्मीद करते है के चन्द्रगुप्त मौर्या को हम वापस छोटे परदे यानी टीवी पर देख सकेंगे|
जय माँ भारती
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